खाटूश्याम मंदिर में घुसे 'आतंकवादी', कर्मचारियों को बनाया बंधक, फिर कमांडोज की एंट्री ने 2 को किया ढेर, खोला असली राज


 

राजस्थान के सीकर जिले में खाटूश्यामजी मंदिर में 22 अगस्त को अचानक दहशत फैल गई, जब आतंकवादियों से निपटने के लिए एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास के दौरान, कमांडो दस्ते ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया और बंधक बनाए गए कर्मचारी को सुरक्षित छुड़ा लिया

सीकर: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध खाटूश्यामजी मंदिर 22 अगस्त कीसुबह अचानक दहशत के साए में आ गया। मंदिर परिसर में अचानक फौजी सन्नाटा, हथियारबंद कमांडो और चारों ओर सुरक्षा घेरे से श्रद्धालु सकते में आ गए। अफवाह उड़ी कि आतंकवादी घुस आए हैं! लेकिन कुछ देर बाद सच्चाई सामने आई: ये तो आतंकवादियों से निपटने की हाई-लेवल मॉक ड्रिल थी।

डेढ़ दर्जन कमांडो का फिल्मी ऑपरेशन

:ईआरटी (इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम) के डेढ़ दर्जन कमांडो दस्ते ने खाटूश्यामजी थाना पुलिस के साथ मिलकर यह अभ्यास किया। रिहर्सल के दौरान मंदिर कमेटी के एक कर्मचारी को बंधक बनाए जाने का सीन तैयार किया गया। कमांडो दस्ते ने पूरे परिसर को चारों ओर से घेर लिया। पलक झपकते ही दो आतंकवादियों को मार गिराया गया और कर्मचारी को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। मौके से हथियार भी बरामद किए गए।ऑपरेशन का नेतृत्व कमांडो दिनेश कुमार ने किया। इस दौरान थानाधिकारी पवन चौबे और उनकी टीम भी मौजूद रही।

श्रद्धालुओं में घबराहट, फिर मिली राहत

मॉक ड्रिल के दौरान अचानक हुई हलचल से श्रद्धालु डर गए। कई तो मंदिर परिसर से बाहर निकलने लगे। लेकिन जैसे ही पता चला कि यह रिहर्सल है, लोगों ने राहत की सांस ली।मंदिर कमेटी ने सुरक्षा एजेंसियों का आभार जताते हुए कहा—ऐसी ड्रिल से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होती है और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव होती है।

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