नोएडा के 87 गांवों पर मेहरबान हुआ प्राधिकरण, मुआवजे के साथ मिलेगा बड़ा फायदा
दादरी, नोएडा, गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (DNGIR) के 87 गांवो के किसानों को न्यू नोएडा के रूप में…
दादरी, नोएडा, गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (DNGIR) के 87 गांवो के किसानों को न्यू नोएडा के रूप में नई विकास योजना का लाभ मिलने वाला है। नोएडा प्राधिकरण ने घोषणा की है कि किसानों को मुआवजे के साथ-साथ 5 प्रतिशत आवासीय भूमि आवंटन भी मिलेगा। इस कदम का मुख्य उद्देश्य उन विवादों से बचना है जो पिछले भूमि अधिकरण प्रक्रियाओं में बाधा डालते आ रहे हैं। जमीन अधिकरण के लिए क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपए का बजट आरक्षित किया गया है।
किसानों को मिल सकेगा यह मुख्या लाभ
नए योजना में किसानों को न केवल मुआवजे का चेक दिया जायेगा, बल्कि भूमि अधिकरण प्रक्रिया के तहत 5 प्रतिशत आवासीय भूखंड के लिए आवंटन पत्र भी दिया जाएगा। इसके अलावा, गांव की आबादी और विकसित क्षेत्रों के बीच किसी भी सीमा सम्बंधित मुद्दे को हल करने के लिए एक स्थाई समाधान लागू किया जाएगा। जिसमें अधिग्रिहत भूमि पर गांव के आसपास परिधीय सड़को के निर्माण के लिए यह व्यवस्था शुरू की जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण का लक्ष्य है खास
नोएडा प्राधिकरण का मुख्य लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि DNGIR के विकास के दौरान किसानों से किसी भी तरह का कोई विवाद न हो। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए प्राधिकरण में एक समझौता किया गया है। इस व्यवस्था के लिए एक प्रस्ताव जल्द ही बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। बता दें कि, नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन और भूमि अधिग्रहण विवादों के पिछले मुद्दे को स्वीकार किया गया है और प्राधिकरण न्यू नोएडा को विकसित करने में ऐसी गलतियों से बचना चाहता है।
6 लाख आबादी रहने का अनुमान
मास्टर प्लान 2041 के तहत DNGIR की 40 प्रतिशत भूमि औधौगिक उद्देश्यों के लिए और 18 प्रतिशत हरित स्थानों और मनोरंजन गतिविधियों के लिए आवंटित की जाएगी। नए शहर में तकरीबन 6 लाख आबादी के रहने का अनुमान है। नोएडा प्राधिकरण ने DNGIR के भूमि अधिग्रहण के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए आरक्षित किए हैं। बता दें कि, कुशल भूमि अधिग्रहण को सुनिश्चित करने के लिए सैटेलाइट मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जिस पर शासन ने अक्टूबर 2024 में मंजूरी दी थी।
209.11 वर्ग किलोमीटर में फैला न्यू नोएडा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का प्रमुख इंजन होगा। शहर में 8,420. 92 हेक्टर औधौगिक क्षेत्र होगा जिसमे मिश्रित उद्योगों और औधौगिक क्षेत्रों के लिए अतरिक्त भूमि आवंटित की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, यूपीसीडा 1370. 10 हेक्टेयर और औधौगिक एरिया 6885. 59 हेक्टेयर और मिक्स इंडस्ट्री 165. 22 हेक्टेयर भूमि में बसाया जाएगा। विकसित क्षेत्र
2023 से 2027 3165 हेक्टेयर
2027 से 2032 3798 हेक्टेयर
2032 से 2037 5908 हेक्टेयर
2037 से 2041 8230 हेक्टेयर
मास्टर प्लान 2041 के तहत DNGIR की 40 प्रतिशत भूमि औधौगिक उद्देश्यों के लिए और 18 प्रतिशत हरित स्थानों और मनोरंजन गतिविधियों के लिए आवंटित की जाएगी। नए शहर में तकरीबन 6 लाख आबादी के रहने का अनुमान है। नोएडा प्राधिकरण ने DNGIR के भूमि अधिग्रहण के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए आरक्षित किए हैं। बता दें कि, कुशल भूमि अधिग्रहण को सुनिश्चित करने के लिए सैटेलाइट मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जिस पर शासन ने अक्टूबर 2024 में मंजूरी दी थी।
209.11 वर्ग किलोमीटर में फैला न्यू नोएडा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास का प्रमुख इंजन होगा। शहर में 8,420. 92 हेक्टर औधौगिक क्षेत्र होगा जिसमे मिश्रित उद्योगों और औधौगिक क्षेत्रों के लिए अतरिक्त भूमि आवंटित की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, यूपीसीडा 1370. 10 हेक्टेयर और औधौगिक एरिया 6885. 59 हेक्टेयर और मिक्स इंडस्ट्री 165. 22 हेक्टेयर भूमि में बसाया जाएगा। विकसित क्षेत्र
2023 से 2027 3165 हेक्टेयर
2027 से 2032 3798 हेक्टेयर
2032 से 2037 5908 हेक्टेयर
2037 से 2041 8230 हेक्टेयर