प्रशासन की लापरवाही से अवैध अस्पतालों का कहर, कई मासूमों की जान पर संकट
ऊ: शहर में बिना लाइसेंस और मानकों का पालन किए बिना चल रहे अवैध अस्पतालों और नर्सिंग होम्स ने लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। इन गैरकानूनी अस्पतालों में घटिया सुविधाएं और अयोग्य स्टाफ के चलते कई मासूमों की जान पर संकट मंडरा रहा है, जबकि आर्थिक नुकसान आम लोगों के लिए बड़ी समस्या बन गया है।
शहर में जगह-जगह खुले ये अवैध अस्पताल मरीजों को सही उपचार देने में नाकाम साबित हो रहे हैं। यहां न तो अनुभवी डॉक्टर हैं, न ही जरूरी दवाएं और आपातकालीन सुविधाएं। मरीजों के जीवन की परवाह किए बिना चल रहे इन अस्पतालों में बुनियादी सुरक्षा मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे किसी भी समय बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
हाल ही में लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पद का कार्यभार संभालने वाले डॉo एन बी सिंह से नागरिकों को उम्मीद है कि वह इन अवैध अस्पतालों के खिलाफ ठोस कदम उठाएंगे। लखनऊ के नागरिकों ने प्रशासन से बार-बार इन गैरकानूनी संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि लोगों की जान और पैसे दोनों सुरक्षित रहें।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ढिलाई के चलते ये अस्पताल बेधड़क संचालित हो रहे हैं। इलाज के नाम पर भारी-भरकम फीस वसूल की जाती है, और मरीजों को कई बार गलत इलाज देकर उनकी हालत और खराब कर दी जाती है। ऐसे मामलों में ना केवल मरीज की जान पर जोखिम होता है बल्कि परिवार भी आर्थिक रूप से टूट जाता है। अब देखना है कि नए चिकित्सा अधिकारी एन बी सिंह इन खतरनाक अस्पतालों पर लगाम लगाने के लिए किस तरह की कार्रवाई करते हैं।
सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द इन अवैध अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई मासूम अपनी जान से हाथ न धोए।