36 बार रक्तदान कर चुके हैं और इसमे से मात्र 10 बार शिविर मे बाकी इन्होने आपातकाल मे स्वंय अस्पतालो मे जाकर मरीजो/जख्मी को रक्तदान किया है ।
कई समाजिक मामलो का निस्तारण अपनी सूझबूझ से किया है ।
एक बेटी जिसके माँ-बाप नही थे उसकी ऐसी शादी करायी कि उसके माता-पिता होते तो भी इतनी अच्छी शादी नही कर पाते ।
कोरोना काल मे अपनी चिन्ता किए बगैर लोगो/पिडितो और प्रशासन की खूब मदद की
गरीब बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा सामिग्री कई बार वितरण की ।
गरीब लाचार बेटियो की शादी मे नि: शुल्क शादी कार्ड छापना
हर गरीब के दुख-सुख मे साथ देना इनकी पहली प्रार्थमिकता है ।
समाजिक कार्यो मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं बुजुर्गो व बच्चो का खास सम्मान करते हैं ।
अपने वार्ड मे खुद हीं झाडू लेकर सफाई करने निकल जाते हैं क्यो कि स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हैं
इनके इसी व्यवहार से लोग इन्हें वरिष्ठ समाजसेवी कहते हैं
और इसी कारण इन्होने अपनी पुत्री कामिनी सुमन को सभासद पद पर अच्छी वोटो से जीत हांसिल करायी आज कामिनी सुमन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सबसे छोटी सभासद है !