14 जनवरी देर रात तक एएमयू को बम से उड़ाने की धमकी के मामले में पकड़े गए किशोर से पूछताछ के साथ ही मास्टर माइंड की तलाश जारी है। वहीं हैरानी इस बात की है कि पुलिस अभी तक इस मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं कर सकी है।एएमयू को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में 11 जनवरी को देवरिया से हिरासत में लिए गए हैकर किशोर से पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है। अभी तक की पुलिस जांच में इतना साफ हुआ है कि किशोर ने धमकी भरा ईमेल नहीं किया। संभावना जताई जा रही है कि उसके नाम से कोई आईडी बनाकर धमकी दी गई है। लेकिन हैरानी इस बात की है कि पुलिस अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं कर सकी है।8 जनवरी की रात 1.18 बजे एएमयू की कुलपति, रजिस्ट्रार, पीआरओ, प्राॅक्टर समेत कुल 20 अधिकारियों को tiwarisrijanyt@protonmail.com की प्रोटोन मेल आईडी से ईमेल मिला था। जिसमें जिक्र था कि दो लाख रुपये यूपीआई अकाउंट नंबर में दो दिन में नहीं दिए तो वह बम विस्फोट कर देंगे। यह भी धमकी दी कि अगर उसकी कही बातों का पालन नहीं किया तो वह विश्वविद्यालय में वितरित होने वाले खाने में अपशिष्ट मिलाकर खाना खराब कर देंगे। ईमेल मिलने के बाद मची खलबली पर पुलिस की एक टीम ने देवरिया के उमानगर मोहल्ले से एक नाबालिग हैकर को हिरासत में लिया। किशोर ने पूछताछ में स्वीकारा कि नंबर व मेल आईडी उसके नाम की है। मगर, उसने कोई मेल नहीं भेजा। कोटा राजस्थान में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी के दौरान ऑनलाइन टेलीग्राम पर उसकी पहचान बेंगलुरु के एक हैकर से हुई थी। इसके बाद उसने खुद ऑनलाइन यूट्यूब के जरिए हैकिंग करना सीखा था।
हालांकि रुपयों के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया और उसका संपर्क टूट गया। फिर भी वह एक टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ा हुआ है। किशोर ने संभावना जताई है कि उसके नाम व नंबर पर प्रॉक्सी सॉफ्टवेयर से यह नंबर व आईडी बनाकर धमकी भरा मेल किया गया है। सीओ सिविल लाइंस अभय पांडेय ने बताया कि 14 जनवरी देर रात तक किशोर से पूछताछ के साथ ही मास्टर माइंड की तलाश जारी है। वहीं हैरानी इस बात की है कि पुलिस अभी तक इस मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं कर सकी है।